माननीय कुलपति प्रो॰ दिनेश चन्द्र राय की प्रबल इच्छा के अनुसार विश्वविद्यालय के कुलगीत को लम्बी और पारदर्शी चयन प्रक्रिया के बाद २६ जनवरी २०२५ को अंगीकार किया गया ।
नोट:विश्वविद्यालय के हर कार्यक्रम में अब कुलगीत का गायन अनिवार्य होगा और कुलगीत के गायन के बाद कुलगीत के सम्मान में ताली नहीं बजेगी ।