भारत में स्वतंत्रता के बाद स्थापित होने वाले और प्रभावशाली शैक्षणिक संस्थाओं में से एक , बी ० आर ० ए ० बिहार विश्वविद्यालय , मुजफ्फरपुर भी हैं जहाँ आदर्श वातावरण में शैक्षणिक कार्य होते रहे हैं , जिसको विस्तार और विकसित करने का प्रयास माननीय कुलपति महोदय प्रो ० (डॉ. ) दिनेश चन्द्र राय जी के पदभार ग्रहण करते ही तीव्र हो गया है | माननीय इसे भारत का एक विशिष्ट विश्वविद्यालय बनाने हेतु प्रयासरत है | विश्वविद्यालय विद्यार्थियों में आत्मविश्वास, अनुशासन , शक्तिबल और प्रेरणा पैदा करता है | विश्वविद्यालय ने सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है | विद्यार्थियों ने जिस क्षेत्र में प्रवेश लिया विश्वविद्यालय को सम्मान दिलाया है और गौरवान्वित भी किया है |
अल्पसंख्यको को विशेषकर उनकी शिक्षा के संबंध में विभिन्न निर्देशों के कार्योन्वयन को सुनिश्चित करने के लिए अल्पसंख्यको के बीच गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ाने के लिए बाबासाहेब भीमराव अम्बेदकर बिहार विश्वविद्यालय मुजफ्फरपुर में अल्पसंख्यक कोषांग का गठन किया गया है | अल्पसंख्यक वर्ग के छात्र –छात्राओं को नामांकन ,परीक्षा या अन्य कोई परेशानी साथ ही इस वर्ग के कर्मचारी के प्रमोशन या कार्य क्षेत्र से सम्बंधित समस्या हो तो कोषांग इसका निराकरण करेगा |ताकि उनको समान एवं बराबरी का हक़ मिल सके | सम्बंधित वर्ग के साथ किसी तरह का भेदभाव /पक्षपात और दोहरा व्यवहार न हो , अल्पसंख्यक कोषांग इसका ध्यान रखेगा और त्वरित हल निकालने की कोशिश करेगा | भर्ती और प्रमोशन पर भी कोषांग नजर रखेगा |
छात्रावास में दूर -दराज के छात्र –छात्राओं को रहने के लिए बढ़ावा देना और प्रोत्साहित करना साथ ही छात्र –छात्राओं को ज्यादा से ज्यादा नामांकन में भागीदारी के लिए प्रोत्साहित करना और सकारात्मक माहौल बनाने की कोशिश करना , इस कोषांग का मुख्य उद्देश्यों में से एक है | Remedial क्लासेज की व्यवस्था करना ताकि वो पाठ्यक्रम के साथ सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सके | इसके लिए एक वित्तीय कोष की व्यवस्था का अनुरोध किया जायेगा |
अल्पसंख्यक सेल शिकायत निवारण कोषांग के तौर पर काम करेगा | विश्वविद्यालय में अल्पसंख्यक कोषांग (Minority Cell), अल्पसंख्यक वर्ग की समस्या और उसके समाधान के लिए बना हैं | यदि कोई समस्या हो तो Minority Cell से संपर्क कर सकते हैं :-